लखनऊ, मई 15 -- कैसरबाग स्थित रेडक्रॉस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बड़े पैमाने पर डेंगू की जांच किट फूंक दी गई है। यह किट कहां से आईं? इसमें किसने आग लगाई? इसकी जानकारी अफसरों को नहीं है। हालांकि घटना के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हलचल बढ़ गई है। डेंगू की समय पर पहचान के लिए सीएचसी व पीएचसी में बड़े पैमाने पर किट भेजी गईं। ये सभी रैपिड जांच किट हैं। डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की जांच के बजाए किट का दुरुपयोग किया जा रहा है। गुरुवार को रेडक्रॉस सीएचसी परिसर में करीब तीन सौ से अधिक डेंगू किट को जलाया गया है। कर्मचारियों ने जब जली किट देखी तो हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने अधिकारियों को सूचना दी। इन किट की मैनुफैक्चरिंग जुलाई 2024 में हुई। जबकि एक्सपायरी डेट वर्ष मई 2026 की दर्ज है। आरोप हैं जांच दौरान किट में रिपोर्ट सही नहीं आ रही थी...