प्रयागराज, नवम्बर 19 -- स्वराज विद्यापीठ व समानांतर इलाहाबाद की ओर से आयोजित दस दिवसीय रंगमंच कार्यशाला के नौवें दिन 'रंगमंच में वस्त्र विन्यास' विषय पर व्याख्यान हुआ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ फैशन डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी की वस्त्र विन्यास विशेषज्ञ मिताली सिन्हा ने युवा रंगकर्मियों से कहा कि वस्त्र विन्यास केवल कपड़ों का चयन नहीं, बल्कि रचनात्मकता, तकनीकी समझ व सामूहिक प्रयास से पूरा होने वाला एक टीम वर्क है। उन्होंने स्क्रिप्ट की समझ, गहन शोध, चरित्र की पहचान, बजट निर्धारण व डिजाइन को धर्मवीर भारती के नाटक अंधायुग के पात्रों के उदाहरण से स्पष्ट किया। कार्यशाला निर्देशक अनिल रंजन भौमिक ने मिताली सिन्हा को स्मृति चिन्ह व बादल सरकार विशेषांक भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर विद्यापीठ की अध्यक्ष सुषमा शर्मा, अरूप मित्रा, प्रदीप पार्थ...
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