गढ़वा, सितम्बर 27 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। समाज में बढ़ रहे दहेज प्रथा के लिए वर व कन्या दोनों पक्ष के लोग जिम्मेवार हैं। इसलिए यह तभी रूक सकता है, जब दोनों पक्ष के लोग अपने आप में सुधार करेंगे। उसके लिये खर्चीली शादियों से बचना होगा। यह बात गायत्री परिवार के विनोद पाठक ने कही। वह शुक्रवार शाम शारदीय नवरात्रि के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ कल्याणपुर में आयोजित श्रीराम कथा के पांचवें दिन बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि दहेज प्रथा के खिलाफ वर्षों पूर्व कानून बन चुका है लेकिन कानून से दहेज प्रथा समाप्त होने की बात तो दूर, दिनों दिन बढ़ता चला जा रहा है। क्योंकि दहेज देने और लेने में दोनों पक्ष के बीच गुप्त सहमति रहती है। उसमें कानून क्या कर सकता है। उन्होंने कहा कि जब किसी कारणवश शादी टूट जाती है, तब कन्या के पिता कानून का दरवाजा खटखटाने पहुंचते हैं। द...