बागपत, अक्टूबर 25 -- मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। इस योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने वर-वधु के लिए विवाह से पहले बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। इससे पात्र लाभार्थियों की सही पहचान हो सकेगी। कोई व्यक्ति यदि पहले इस योजना का लाभ ले चुका होगा, तो उसकी जानकारी भी तुरंत उपलब्ध हो जाएगी। गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना में पहले फर्जी दस्तावेजों के जरिए लाभ लेने की शिकायतें सामने आती रही हैं। हालांकि जिले के अन्य जनपदों में जांच में ऐसे मामले पकड़े भी जा चुके हैं। इस प्रकार की गड़बड़ियों पर रोक लगाने के लिए अब वर-वधु के आधार का बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा। विवाह से पहले बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य होगा और विवाह स्थल पर भी दोनों की उपस्थिति बाय...