बागपत, सितम्बर 9 -- रोडवेज बसों से लेकर अधिकांश स्कूलों बसों में आपात स्थिति से निपटने के कोई इंतजाम नहीं हैं। फस्र्ट-ऐड बॉक्स तक न होने से यात्री प्राथमिक उपचार को तरसते हैं। रोडवेज बसों से लेकर स्कूली बसों और डग्गामार वाहनों तक में सफर करना खतरे से खाली नहीं है। कारण है कि अधिकतर बसों में फस्र्ट एड बॉक्स और फायर सेफ्टी सिलेंडर या तो नहीं है या फिर वे खाली पड़े हैं। यदि कोई हादसा या आगजनी होती है तो यात्रियों के बचाव की कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में सवारियों से टिकट के पैसे वसूलकर रोडवेज केवल उनको गंतव्य तक पहुंचाने का काम करता है, बीच सफर में उनकी जान की कोई परवाह नहीं है। यात्रा के दौरान बसों में अचानक ब्रेक लगने या झटका लगने से यात्री के चेहरे या शरीर में कहीं चोट आ जाए या खून बहने लगे तो इसके लिए प्रत्येक बस में निर्माण के दौरान ही फस्र...
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