रुडकी, मई 29 -- जूना पीठाधीश्वर और हरिहर आश्रम हरिद्वार के संचालक स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा कि वर्तमान समय में कवियों और साहित्यकारों का दायित्व अधिक बढ़ गया है। आज जनमानस में राष्ट्रवाद और देश प्रेम से ओतप्रोत कविताओं की बहुत आवश्यकता है। गुरुवार को हरिद्वार रोड स्थित एक आश्रम में पॉलीटेक्निक की ओर से आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में उन्होंने यह बातें कहीं। कहा कि आप्रेशन सिंदूर इस शताब्दी की सबसे एतिहासिक वीरता और पराक्रम की अद्भुत घटना है, जिसने पूरे विश्व में भारतीय सेना की शक्ति का लोहा मनवाया है। कहा कि साहित्यिक आयोजनों के माध्यम से समाज में देशभक्ति और राष्ट्रीय जागृति को बल देने की आवश्यकता है।

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