नई दिल्ली, दिसम्बर 18 -- भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में गुरुवार को SHANTI विधेयक (भारत के बदलाव के लिए परमाणु ऊर्जा का सतत दोहन और वृद्धि विधेयक 2025) पर चर्चा हुई। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने इसके दुरुपयोग की आशंका जताते हुए इसका विरोध किया और इसे मानवता के खिलाफ बताया। इसी बहस के दौरान झारखंड की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने भी अपना पक्ष रखा और परमाणु ऊर्जा के लिए जरूरी यूरेनियम संवर्धन के दुष्प्रभाव बताते हुए इस बिल को पारित नहीं करने की अपील की। अपनी बात को रखने के लिए उन्होंने झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित जादूगोड़ा यूरेनियम खदान के आसपास रहने वाले लोगों के बारे में भी बताया, साथ ही अपनी लिखी किताब का हवाला भी दिया, जिसमें उन्होंने वहां के लोगों की सारी समस्याओं को अच्छे से बताया है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां के आदिवास...