गुमला, सितम्बर 14 -- चैनपुर, प्रतिनिधि। चैनपुर प्रखंड के फुलवार टोली गांव में जंगली सूर के शिकार के मामले की जांच को लेकर रविवार को वन विभाग की टीम पहुंची। टीम के साथ जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा भी मौजूद रहीं और ग्रामीणों से जानकारी ली। जांच में स्पष्ट हुआ कि मृत सूअर जंगली नहीं बल्कि पालतू था। जिसे बाद में नदी में फेंक दिया गया था। वनरक्षी चंद्रेश उरांव ने कहा कि जंगली सूअर अक्सर मक्का-बादाम जैसी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे मामलों में विभाग द्वारा प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि जंगली जानवरों का शिकार करना अपराध है और दोषियों पर कार्रवाई होगी। वहीं,जिप सदस्य मेरी लकड़ा ने ग्रामीणों से वन और वन्य जीवों की सुरक्षा के प्रति सजग और जिम्मेदार रहने की अपील की।

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