जमशेदपुर, फरवरी 22 -- जमशेदपुर । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर राज्य के किसान वनोत्पाद के सहारे स्वावलंबी बनेंगे उक्त बातें बंदगांव में सारंडा वनोवत्पाद सहकारी समिति की बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी ने कही.उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पहली बार वनोत्पाद को बढ़ावा देने का संगठित प्रयास हो रहा है.उन्होंने कहा वन उत्पाद के मामले में झारखंड पर प्रकृति की विशेष मेहरबानी है. लाह, तसर, शहद, ईमली, चिरौंजी, साल बीज, महुआ समेत अन्य वन उत्पाद राज्य के वनों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. राज्य गठन के बाद से राज्य के किसानों को वन उत्पाद का सही मूल्य दिलवा पाना चुनौती का विषय बना हुआ था, लेकिन इस चुनौती को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वीर शहीद सिद्दो-कान्हो के नाम से सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ का न...