संभल, मई 30 -- एमजीएम कॉलेज में गुरुवार को आयुष मंत्रालय भारत सरकार की योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ पहल के अंतर्गत योग प्रशिक्षण और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा शास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नेमपाल सिंह ने छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को ताड़ासन, भुजंगासन जैसे विभिन्न योग आसनों का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ. मोहम्मद इमरान खान ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि एक पूर्ण जीवन शैली है, जो व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक विकास में सहायक होती है। हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विजय लक्ष्मी शर्मा ने योग की प्राचीन भारतीय परंपरा में उसकी आत्मिक शुद्धि के महत्व को रेखांकित किया और वर्तमान में इसके वैज्ञानिक व चिकित्सकीय लाभों पर प्रकाश डाला। राजनीति विज्ञान विभ...