पीलीभीत, फरवरी 7 -- पीलीभीत टाइगर रिजर्व में मानव वन्य जीव संघर्ष को रोकने लिए डाक्टर्स के संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। पीटीआर मुख्यालय पर समाजिक वानिकी के प्रभागीय निदेशक भरत कुमार डीके ने कहा कि वन्यजीवन और चिकित्सकों का अहम जुड़ाव माना गया है। प्रभागीय निदेशक भरत कुमार ने कहा की पीलीभीत बाघों के लिए जाना जाता है। पर यहां चुनौतियां भी हैं। सभी विभाग समन्वय करके मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने में योगदान दे सकते हैं। वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने कहा कि मानव जीवन में वन और वन्य जीव की काफी उपयोगिता है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व रिजर्व द्वारा किए जा रहे कार्यों तथा घायल के उपचार, मुआवजा में डाक्टरस की भूमिका अहम होती है। मुआवजा शासनादेश के पालन में चिकित्सीय रिपोर्ट के महत्व को बताया गया। एक बेहतर समन्वय से वन...
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