उत्तरकाशी, मई 5 -- जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने वन विभाग को वनाग्नि के खतरों और रोकथाम के उपायों के बारे में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही आवश्यक अग्निशामक उपकरणों और कर्मचारियों को अलर्ट रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वनाग्नि के प्रति अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करके वहां विशेष निगरानी करने को कहा है। सोमवार को डीएम डॉ. बिष्ट की अध्यक्षता में वनाग्नि की रोकथाम और प्रबंधन के लिए जिला कार्यालय के वीसी रूम में बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि के प्रति संवेदनशील स्थानों पर पहले से ही एहतियाती उपाय सुनिश्चित कर आग को रोकने का प्रयास करना जरूरी है। इसके लिए चीड़ वृक्षों की सघनता वाले क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कों और आबादी के निकटवर्ती जगहों से पिरूल को हटाएं।

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