नई दिल्ली, अगस्त 8 -- एक समय के बाद स्वाभाविक रूप से महिलाओं की मांसपेशियों का भार कम होने लगता है। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में हॉर्मोन का उत्पादन कम होने लगता है और इसका असर मांसपेशियों की मजबूती पर पड़ता है। इसी समय स्ट्रेंथ ट्रेनिंग प्रभावी साबित होती है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा चार लाख महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि हर पांच में से मात्र एक महिला नियमित रूप से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग यानी वजन उठाने वाले व्यायाम करती हैं। वहीं, इसी अध्ययन में यह भी पाया गया कि जो महिलाएं सप्ताह में दो से तीन दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वाले व्यायाम करती हैं, उनकी न सिर्फ औसत उम्र ज्यादा होती है, बल्कि इन्हें दिल की बीमारियों का खतरा भी व्यायाम न करने वाली महिलाओं की तुलना में कम होता है।क्या है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग? वेटलिफ्टिंग य...