लखनऊ, जनवरी 28 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता। वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट को पक्षपात पूर्ण बताया गया। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने इस रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण और पसमांदा समाज के अधिकारों का हनन करार दिया है। उन्होंने अपने कार्यालय पर पत्रकारवार्ता में कहा कि यह विधेयक न केवल वक्फ संपत्तियों के मूल उद्देश्य को कमजोर करेगा, बल्कि इससे पसमांदा समाज के गरीब, वंचित और बेसहारा वर्गों के अधिकार पूरी तरह छिन जाएंगे। अनीस मंसूरी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन और इनका उपयोग इन वर्गों की सहायता के लिए किया जाना चाहिए था। लेकिन हकीकत यह है कि वक्फ बोर्डों के अध्यक्ष, सदस्य, अधिकारी और मुतवल्ली लंबे समय से इन संपत्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अब इस वि...
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