उरई, अक्टूबर 28 -- कालपी। वक्फ सम्पत्तियों की हकीकत को परखने के लिए सरकार गतिशीलता से काम कर रही है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड, लखनऊ ने वक़्फ़ सम्पतियों के विवरण के लिए प्लान तैयार किया है। हर जिले से कुछ लोंगो को इसमें शामिल किया है। जालौन से सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने 2 लोगों को चयनित किया है। जिसमे हाफ़िज़ इरशाद अशरफी और आरिफ अली शाह को नोडल कोऑर्डिनेटर बनाया है और शिया बोर्ड से उरई के सै क़लबे हैदर अब्बास को बनाया है। कोआर्डिनेटर हाफ़िज़ इरशाद अशरफी ने बताया बोर्ड ने वक़्फ़ सम्पतियों का विवरण उम्मीद पोर्टल पर दर्ज़ कराने की अंतिम तिथी 5 दिसंबर तय की है। समय सीमा के बाद 20 हज़ार 1 लाख तक का जुर्माना या 6 माह तक की सज़ा हो सकती है। वक्फ की ज़मीनो जैसे मस्जिद, मदरसा, क़ब्रिस्तान, ईदगाह, इमामबाड़ा, दरगाह वगैरह को वक़्फ़ के मुत्वल्ली, सदर अपनी-अपनी ...