रामपुर, जनवरी 30 -- अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय और केंद्र सरकार के तत्वाहान में वक्फ अधिनियमों में जो परिवर्तन किया है, वह स्वागत योग्य है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वक्फ की संपत्तिया मजार, मस्जिद, मदरसों गरीब लोगों के लिए थे। उनका लाभ अमीर तरीन लोग उठा रहे हैं। आरोप लगाया कि वक्फ संपत्तियों को जिस आधार पर महंगा करके बेचा जा रहा है और उनको रजिस्ट्री के नाम पर मात्र पांच से पच्चीस रुपए का किराएदार बना दिया जाता है। जो पैसा आता है उसकी बंदर बांट वक्फ बोर्ड से लेकर निचले अधिकारियों तक होती है। सर्वोच्च न्यायालय और सरकार अगर यह कानून राज्यसभा में लागू कर पारित करती है तो यह बेहतर साबित हो सकता है।

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