लखनऊ, अप्रैल 4 -- लोकसभा और राज्यसभा से पास हुए वक्फ संशोधन बिल का सबसे बड़ा असर सदियों पुरानी उन वक्फ संपत्तियों पर पड़ना तय है, जिनके उचित कागजातों को लेकर संशय है। शुक्रवार को वक्फ बोर्डों में गुपचुप तरीके से ऐसी श्रेणी की संपत्तियों का ब्योरा एकत्रित किया जाता रहा। हालांकि विभाग आधिकारिक तौर पर इस तरह का ब्योरा एकत्रित किए जाने से इनकार कर रहा है। वजह है कि आधिकारिक तौर पर वक्फ संपत्तियों के बारे में कोई काम तब ही शुरू होगा, जब बिल पर राष्ट्रपति के दस्तखत होने के बाद इसे केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश को भेजेगी। वहीं, भाजपा नेता और पूर्व अल्पसंख्यक राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने भी कहा कि वक्फ संपत्तियों की जांच होगी। जो संपत्तियां गलत तरह से वक्फ में शामिल की गई हैं, उन्हें जब्त किया जाएगा और सरकार उन्हें वापस लेगी। पूर्व मंत्री ने कहा कि हमार...