नई दिल्ली, अप्रैल 9 -- वक्फ के नए अधिनियम के बाद यूपी में शुरू होने वाला सर्वे संपत्तियों पर काबिज शिकमी किरायेदारों के लिए मुसीबत लेकर आएगा। सूत्र बताते हैं कि संपत्तियों से होने वाली आय बढ़ाने की कार्ययोजना के तहत किराएदारों के दस्तावेजों की पड़ताल होगी। जिन संपत्तियों पर असल किराएदार नहीं पाए जाएंगे, उन्हें फौरन संपत्तियों से अधिकार छोड़ना होगा। शिकमी किराएदार वे हैं, जिन्हें सीधे वक्फ से किराएदारी नहीं मिली है बल्कि उन्हें किराएदारों ने अनाधिकारिक तौर पर किराए पर रख दिया है। नए वक्फ अधिनियम के बाद वास्तविक वक्फ संपत्तियों के चिह्नांकन के अलावा उनसे होने वाली आय बढ़ाने की योजना है। ऐसे में वक्फ संपत्तियों की जांच के साथ ही जिन संपत्तियों पर किराएदार काबिज हैं, उनके दस्तावेजों की पड़ताल होगी। अगर किसी भी किराएदार के पास आधिकारिक दस्तावे...