लखनऊ, जुलाई 11 -- लखनऊ में कैसरबाग स्थित पुराने हाईकोर्ट परिसर में वकीलों के लिए आवंटित एक चैंबर में विवाह केंद्र चलाया जा रहा था। उक्त चैंबर में बाकायदा तोरणद्वार बनाकर फूल से सजावट की गई थी। एक याचिका पर सुनवाई के दौरान मामला हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के संज्ञान में आया। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद उक्त चैंबर को खाली करा कर जनपद न्यायालय, लखनऊ के न्याय विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं न्यायालय ने मामले में बतौर पति याचिका दाखिल करने वाले शख्स के विरुद्ध आपराधिक वाद चलाने का निर्देश अधीनस्थ अदालत को दिया है। साथ ही मामले को स्वतः संज्ञान जनहित याचिका के तौर पर दर्ज करते हुए, 11 जुलाई को पीआईएल की सुनवायी करने वाली पीठ के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा है। यह आदेश न्यायमूर्ति संगीता चंद्रा व न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की खंडपीठ ने युवती व उसके ...
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