प्रयागराज, सितम्बर 21 -- प्रयागराज, संवाददाता। सर्वपितृ अमावस्या पर पूर्वजों का आशीष लेने के लिए तर्पण और पिंडदान किया गया। पूर्णिमा से शुरू हुए पितृपक्ष के समापन के दौरान रामघाट से लेकर संगम तक श्रद्धालुओं की भीड़ रही। अपने-अपने पुरोहितों के आचार्यत्व में यजमानों ने विधिविधान से संकल्प लेकर पूर्वजों को जल तर्पण किया, मंत्रोच्चार के बीच पिंडदान करके उसे गंगा में विसर्जित कर विदा किया गया। इस दौरान परिजनों की आंखें नम हुईं और उन्होंने पूर्वजों से परिवार की सुख-समृद्धि और आशीर्वाद बनाए रखने की कामना भी की। विसर्जन को देखते हुए सूर्योदय के साथ ही संगम की ओर जाने वाले दोपहिया व चार पहिया वाहनों को परेड ग्राउंड पर ही रोक दिया गया। मप्र, झारखंड, राजस्थान व छत्तीसगढ़ जैसे प्रांतों से बड़ी संख्या में यजमान अपने पुरोहितों के पास पहुंचे। संगम क्षेत...