मुजफ्फरपुर, नवम्बर 12 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। वंदे मातरम गीत ने केवल राजनीतिक चेतना ही नहीं जगाई, बल्कि साहित्यिक, सांस्कृतिक और मानवीय स्तर पर भी भारतीयता की गहरी भावना को प्रकट किया। ये बातें बुधवार को महिला शिल्पकला भवन महाविद्यालय में एनसीसी व एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम" के 150 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित विशेष पैनल चर्चा में मुख्य वक्ता विवि पीजी हिन्दी विभाग के प्रो. प्रमोद कुमार ने कहीं। आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मधु सिंह ने कहा कि वंदे मातरम गीत के माध्यम से जन-जन में राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता का अदम्य संकल्प विकसित हुआ, जिसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वंदे मातरम केवल एक राष्ट्रीय गीत नहीं, बल्कि भारतीय सभ्यता,...