नई दिल्ली, मई 31 -- अरविंद सिंह नई दिल्ली। स्वदेशी तकनीक से विकसित सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन में खानपान सेवा को विश्वस्तरीय बनाने के लिए नया प्रयोग शुरू किया गया है। इसके तहत रेलवे इन ट्रेन में विदेशी कॉरपोरेट कंपनियों को खाना परोसने का काम सौंपने की तैयारी कर रही है। खास बात यह है कि विदेशी कैटरिंग सेवा शुरू होने के बाद भी वंदे भारत का किराया नहीं बढ़ेगा। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय रेल की ब्रांड बन चुकी वंदे भारत में खानपान की गुणवत्ता में सुधार के लिए नया प्रयोग किया जा रहा है। रेलवे ने पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत नागपुर-सिकंदराबाद वंदे भारत का चयन किया है। रेलवे ने पहली बार विभागीय लाइसेंसी ठेकेदार के स्थान पर विदेशी कॉरपोरेट कैटरिंग कंपनी एलीओर को भोजन का काम सौंपा है। विदेशी कॉरपोरेट कंपनी को पायलेट प्रोजेक्ट...