सोनभद्र, अगस्त 24 -- म्योरपुर, हिंदुस्तान संवाद। स्थानीय ब्लाक के रासपहरी स्थित लौआ नदी के उद्गम स्थल से रविवार को 22 नदी यात्रियों ने पदयात्रा शुरू की। वहां से कुसम्हा के बगैयानार तक लगभग छह किमी जंगल झाड़ियों के बीच रास्ता पार कर नदी की स्थिति का जायजा लिया। पदयात्रियों ने जंगल के चरवाहों और स्थानीय ग्रामीणों से नदी के बारे में जानकारी ली। इसके बाद रास पहरी विद्यालय परिसर और कुसम्हा के पंचायत भवन पर ग्रामीणों के साथ बैठक कर चर्चा। वहीं दूसरी टीम मनबसा और करमडाढ़ में नदी का हाल जाना। पर्यावरण वैज्ञानिक डा.अनिल गौतम, प्रेम नारायण व शुभा प्रेम ने नदियों से ग्रामीणों को मिलने वाला प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ की जानकारी ली। साथ ही जंगल,पेड़, पौधे और मनुष्य के आपसी रिश्ते को लेकर गहराई से चर्चा की गई। ग्रामीणों ने बताया कि पहले यह नदी 11 माह बहत...
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