लखनऊ, जून 18 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। लोहिया संस्थान में ब्रेन डेड हो चुके लोगों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को नई जिंदगी मिलेगी। संस्थान में कैडवरिक ट्रांसप्लांट होगा। संस्थान प्रशासन के प्रस्ताव को चिकित्सा शिक्षा विभाग महानिदेशालय से मंजूरी मिल गई है। अधिकारियों ने जल्द ही कैडवरिक ट्रांसप्लांट की उम्मीद जाहिर की है। लोहिया संस्थान में करीब 1100 से अधिक बेड हैं। प्रतिदिन 3500 से अधिक मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। संस्थान प्रशासन ट्रांसप्लांट को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रहा है। संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि अभी संस्थान में लाइव किडनी ट्रांसप्लांट हो पा रहा है। इसमें मरीज के परिवारीजन किडनी दान करते हैं जिसे डॉक्टर तीमारदार से ऑपरेशन कर निकालते हैं। फिर मरीज में उसे प्रत्यारोपित करते हैं। कई बार डोनर की किडनी मरीज...