लखनऊ, मार्च 21 -- मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से गरीब असहाय मृत मरीजों के नाम पर लाखों रुपए की दवा निकालने के मामले में लोहिया संस्थान ने पांच आउटसोर्स कर्मचारियों को निष्कासित कर दिया है। लोहिया संस्थान ने अपनी सफाई में कहा है कि सेवा प्रदाता कंपनी से उक्त मामले में वित्तीय हानि की वसूली की गई है। लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि फार्मेसी के बिलों में हेराफेरी की जानकारी अक्तूबर 2024 में हुई तो अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार सिंह, एनेस्थीसिया विभाग के जूनियर ग्रेड के प्रो. डॉ. एसएस नाथ और सीनियर रेजीडेंट डॉ. आयुष मेहरोत्रा की एक कमेटी गठित की गई थी। नवंबर में कमेटी ने रिपोर्ट दी। 28 जनवरी को सेवा प्रदाता कंपनी सुदर्शन के पांच फार्मासिस्ट निष्काषित कर दिए गए। स्थायी फार्मासिस्ट तंजीम अहमद को नोटिस जारी की...