लोहरदगा, सितम्बर 9 -- लोहरदगा, संवाददाता। लोहरदगा जिला में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार अब तक परवान नहीं चढ़ पाया है। सरकार और कंपनियों द्वारा लगातार प्रचार-प्रसार के बावजूद आम लोग फिलहाल इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर आकर्षित नहीं हो पा रहे हैं। वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहन के नाम पर जिले की सड़कों पर ई-स्कूटी और ई-टुकटुक ही चलन में दिखाई देती हैं। लोहरदगा वासियों का कहना है, कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत अभी भी सामान्य लोगों की पहुंच से बाहर है, वहीं चार्जिंग स्टेशन की कमी भी बड़ी समस्या बनी हुई है। खासकर ग्रामीण और छोटे कस्बों में चार्जिंग की सुविधा लगभग नहीं है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन ही लोगों की पहली पसंद है। युवाओं में बाइक और कार को लेकर शौक तो है, लेकिन इलेक्ट्रिक विकल्प उनके बजट और सुविधा से मेल नहीं खा रहे हैं। जिन परिवार...