गिरडीह, सितम्बर 26 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। मौजा लोहपिट्टी की 6.58 एकड़ भूमि अंदर ही अंदर नए विवाद को सुलगा रही है, जो कभी भी विस्फोटक बनकर खूनी संघर्ष में बदल सकता है। चार दिन पूर्व भी विवाद की भेंट चढ़ी यह भूमि खूनी संघर्ष में बदलने से बच गयी। हालांकि पचंबा पुलिस की पैनी नजर ने दोनों गुट को 24 घंटे के अंदर समझौता से विवाद को सलटाने के लिए मजबूर कर दिया। तब जाकर पुलिस चैन की सांस ली थी। तबसे फिलहाल मामला शांत है। हालांकि दोनों गुट एक-दूसरे को देख लेने की ठान चुके थे। एक गुट ने तो जेसीबी से खुलेआम खड़ी दीवार गिरा दी थी। इसकी जानकारी मिलने पर दूसरे गुट ने बिना देर किए उसके दफ्तर पर ही हमला बोल दिया। घटना के बाद करीब 10 घंटे तक पुलिस दोनों गुट को शांत कराने को लेकर परेशान रही। आखिर में पुलिस को तब राहत मिली जब दोनों गुटों के बीच कथित रुप से स...