पटना, सितम्बर 5 -- जिले के तीन लाख 56 हजार ऐसे लोग हैं जिनकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर न तो ऑनलाइन है ना ही ड्राइविंग लाइसेंस अपडेट है। मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होने से गाड़ी का ना तो प्रदूषण प्रमाण पत्र है और ना ही यह पता है कि वह कितनी पुरानी है। ट्रैफिक पुलिस जब उनकी गाड़ी पकड़ रही है तो पता चल रहा है कि वह 25 से 30 साल पुरानी हो चुकी है। अब ये गाड़ी मालिक वाहन के रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण करवाने पटना जिला परिवहन कार्यालय पहुंच रहे हैं। नवीनीकरण के लिए आवेदन करने के बाद पता चल रहा है कि गाड़ी 25 से 30 साल पुरानी है। अब इन गाड़ियों के फिटनेस की जांच के साथ ही भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। हर दिन 50 से 60 लोग डीटीओ कार्यालय अपनी गाड़ी के रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र का नवीनीकरण करवा रहे हैं। लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर जिला परिवहन कार्यालय ने ...