गुड़गांव, मई 2 -- गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर की ओर से पटौदी तहसील के कई गांवों एवं शैक्षणिक संस्थानों में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया गया। आयोजित अभियान के तहत लोगों को नशे से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई। जहां पर लोगों ने नशा मुक्त होने की प्रतिज्ञा ली। ओआरसी के डॉ. दुर्गेश ने कहा कि कमजोर मन का व्यक्ति ही नशा करता है। कई बार तो लोग शौक से नशा करते हैं। लेकिन फिर उसकी आदत पड़ जाती है। नशा सभी बीमारियों को दावत देता है। नशे का एक कारण मानसिक तनाव भी है। तनाव के कारण मानव नशे का सहारा लेता है। नशा मुक्त होने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति जरूरी है। बीके रेखा ने कहा कि नशा मुक्त होने के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण जरूरी है। आध्यात्मिक मूल्य ही मनुष्य जीवन का श्रृंगार है। असली आनंद नशे में नहीं बल्कि ...