दरभंगा, जून 2 -- शहर में स्वैच्छिक रक्तदान के लिए दर्जनों युवा तत्पर हैं। इनकी टीम 24 घंटे सोशल मीडिया से लेकर अस्पतालों तक ब्लड के जरूरतमंदों को ढूंढ़ती है। रक्तवीर बताते हैं कि मरीज के परिजन या अन्य माध्यम से सूचना मिलते ही पहुंच जाते हैं। फिर ब्लड ग्रुप के अनुसार प्रोसेसिंग की व्यवस्था करते हैं। ब्लड डोनर बताते हैं कि हमलोग आजीवन रक्तदान करने के जज्बे से लैस हैं। इससे लोगों को रक्तदान से कन्नी काटते देख मन दुखी हो जाता है। लोग लाख समझाने पर भी रक्तदान के लिए तैयार नहीं होते। जागरूकता की कमी से लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है। इससे रक्तदान करने वाले नए लोग कम ही सामने आ पाते हैं। ब्लड डोनर इसके लिए सिस्टम को जिम्मेवार मानते हैं। साथ ही रक्तदाताओं की मुश्किलों से भी अवगत कराते हैं। बताते हैं कि लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक बनाने क...