अयोध्या, मार्च 31 -- अयोध्या, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित ने कहा कि लोक शब्द का अर्थ सामुदायिक, जननपदीय या क्षेत्रीय होता है । यह बातें पूर्व अध्यक्ष ने उच्च शिक्षा निदेशालय उत्तर प्रदेश द्वारा अनुदानित और साकेत महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की ओर से आयोजित 'द आईडिया ऑफ राम इन फाक लिटरेचर' विषयक सेमिनार में बतौर मुख् अतिथि कही। अध्यक्षता करते हुए डॉ. जयशंकर तिवारी ने कहा कि शास्त्र और लोक सरयू के दो किनारे हैं। शास्त्र लोकाचार से अनुमोदित होता है। इस दौरान प्रो. योगेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, मुख्य नियंता डॉ. बीके सिंह, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. रवि कुमार चौरसिया, प्रो. परेश पाण्डेय, प्रो. अनुराग मिश्र, प्रो. शिवकुमार तिवारी, प्रो. नर्वदेश्वर पाण्डेय, डॉ. नीरज पाण्डेय, अवधेश अग्रहरि व अन्...