विकासनगर, मार्च 2 -- संस्कृति विभाग की ओर से स्वरांजलि संगीत विद्यालय बेलावाला में गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत आयोजित लोकगीतों की कार्यशाला की शुरुआत की गई है। रविवार से शुरू हुई तीस दिवसीय कार्यशाला में लोक परंपराओं में लोकगीतों के महत्व की जानकारी देने के साथ ही लोकगीतों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए समाजसेवी कृष्ण कुमार सकलानी ने कहा कि वर्तमान समय में लोकगीतों पर पाश्चात्य संस्कृति हावी हो रही है, जिससे हमारी लोक परंपराओं में सदियों से गाए जाने वाले लोकगीतों का स्वरूप बिगड़ रहा है। लोक गीतों को लोक परंपराओं के स्वरूप में ही बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। जौनसार बावर की लोक गायिका एवं संगीत विद्यालय की संस्थापक शांति वर्मा तन्हा ने बताया कि कार्यशाला के दौरान हारूल, झैंता, छोड़ें, जांगू, बाजू,...