कौशाम्बी, जून 18 -- सूबे की सियासत की धुरी बन चुके लोंहदा गांव में धारा-144 की धुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं। यहां घटना के बाद कमोवेश हर रोज सियासियों का मेला लगा। तमाम राजनेता तो अपने साथ भारी-भरकम भीड़ लेकर पहुंचे। किसी ने बालिका तो किसी ने दिवंगत के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान बयानबाजी भी की गई। एसपी तक को नेताओं ने मौके से फोन मिलाया। पुलिस नेताओं को रोकने के बजाय सबकुछ तमाशबीन बनकर देखती रही। कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। धारा-144 का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना और किसी भी संभावित खतरे या अशांति को रोकना है। इसका उपयोग उन स्थितियों में किया जाता है, जब सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता होती है। सिराथू एसडीएम योगेश कुमार गौड़ ने बताया कि जिले में यह धारा ...
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