गया, अगस्त 18 -- दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के जेंडर सेंसिटाइजेशन कमिटी की ओर से स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (एसएलजी) में नव-नामांकित कानून के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष लैंगिक जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को लैंगिक समानता, अधिकारों और संबंधित मुद्दों के प्रति जागरूक करना था। एसएलजी के डीन एवं अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि ''लैंगिक समानता केवल कानूनी प्रावधानों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और समाज में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।'' फैकल्टी कॉर्डिनेटर डॉ. कुमारी नीतू ने कहा कि लैंगिक संवेदनशीलता का अर्थ है; व्यक्ति के प्रति उस...