कुशीनगर, दिसम्बर 2 -- कुशीनगर। कप्तानगंज तहसील के किसानों को अपने उपज धान को संचालित सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचने के लिए सत्यापन सबसे बड़ी बाधा बन रही है। धान क्रय केंद्रों पर खरीद की प्रक्रिया में तेजी नहीं आ पा रही है। तहसील में सत्यापन की लंबी प्रक्रिया बड़ी बाधा बन रही है। समस्या का निदान न होने के कारण किसान क्रय केंद्रों पर जाने के बाद निजी आढ़तियों को कम दाम में धान बेचने को मजबूर हैं। एसआईआर की व्यस्तता बताकर तहसील के जिम्मेदार फसल सत्यापन में लापरवाही बरत रहे हैं। किसानों की इस दुर्दशा पर जिले के आला अधिकारी भी ध्यान नही दे रहे हैं। किसान आर्थिक, मानसिक व शोषण का शिकार बन रहा है। बुवाई का समय है। गेहूं व खाद की खरीददारी नहीं हो पा रही है। जिसको लेकर अन्नदाता चिंतित हैं। किसान का पंजीकरण नहीं होने पर बिचौलिए बहुत कम दर पर धान खरी...