प्रयागराज, जुलाई 29 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सत्र 2025-26 की ऋषि व्याख्यानमाला का शुभारंभ मंगलवार को संस्कृत विभाग में हुआ। उद्घाटन व्याख्यान 'भारतीय ज्ञान परम्परा का वैश्विक महत्त्व एवं साम्प्रतिक प्रासंगिकता विषय पर वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के प्रो. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी ने दिया। विभागाध्यक्ष प्रो. प्रयाग नारायण मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। आचार्य प्रो. अनिल प्रताप गिरि ने कहा कि प्रो. त्रिपाठी संस्कृत व भारतीय ज्ञान परम्परा के शीर्ष विद्वानों में हैं, वे पचास से अधिक ग्रंथों के रचयिता हैं और अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। मुख्य वक्ता प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि भारत शब्द में निहित 'भा' यानी ज्ञान और 'रत' यानी लगन, इस देश को ज्ञान का केंद्र बनाते हैं। उन्होंने वेद, पुराण...