हजारीबाग, अप्रैल 6 -- हजारीबाग प्रतिनिधिएक तरफ गर्मी बढ़ रही है तो दूसरी तरफ पानी की किल्लत शुरू हो गयी है। शहर में एक ओर पानी की राशनिंग हो रही है तो वहीं दूसरी ओर सैकड़ों लीटर पानी के बह कर बर्बाद हो जाते हैं। एक अनुमान के अनुसार 30 प्रतिशत ही पानी की घरों तक पहुंच जाता है। इसमें लीकेज बड़ी समस्या बन रही है। पुराने पाइप होने के कारण ज्यादातर इलाकों में पाइप कमजोर हो गए हैं। हजारीबाग में 1950 की व्यवस्था पर ही जलापूर्ति आश्रित है। मुख्य पाइप से कनेक्ट करने वाले पाइप जंग लगने के कारण लीकेज करने लगे हैं। शहरी जलापूर्ति योजना अभी पूरी नहीं हो सकी है। छड़वा डैम और झील से ही आपूर्ति होती है। तेज गर्मी के कारण जलाशयों में भी अधिक पानी है। ऐसे में राशनिंग ही विकल्प है पर पानी के लीकेज को रोकना जरूरी है। शहर के सांई मंदिर इंद्रपुरी के पानी का रो...