रांची, नवम्बर 8 -- रांची, विशेष संवाददाता। केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड (सीयूजे) में भारत के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक, सर सीवी रमन की जयंती पर शनिवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता सीएसआईआर-खनिज और पदार्थ प्रौद्योगिकी संस्थान, भुवनेश्वर की वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, डॉ ममता मोहापात्रा ने स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए आवश्यक कुछ महत्वपूर्ण धातुओं का कालक्रमिक विश्लेषण, विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ मोहापात्रा ने लिथियम, कोबाल्ट और दुर्लभ पृथ्वी धातुओं की स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों में भूमिका पर चर्चा करते हुए इनकी उत्खनन और पुनर्चक्रण प्रक्रियाओं से जुड़ी तकनीकी, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों पर बात की। उन्होंने कहा कि सतत ऊर्जा विकास के लिए इन धातुओं का जिम्मेदार उपयोग और पुनर्चक्रण भविष्य की आवश्यकता है। डॉ मोहापात...