फरीदाबाद, अगस्त 7 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। लावारिस पशुओं को सड़कों से हटाकर गोशाला भेजने के लिए नगर निगम का अभियान तो शुरू हो चुका है, लेकिन अभी भी लावारिस पशुओं का खतरा बरकरार है। पिछले दो दिन में लावारिस पशुओं की वजह से दो लोग घायल हो चुके हैं। शहर की सड़कों पर एक अनुमान के अनुसार करीब 10 हजार पशु सड़कों पर टहल रहे हैं। सड़कों पर लावारिस पशुओं के घूमने की प्रमुख वजह शहर में गोशालाओं की संख्या का कम होना है। निगम प्रशासन के पास तीन गोशालाएं हैं। इनमें गोपाल गोशाला, मवई, और ऊंचा गांव में चल रहीं गोशालाएं शामिल हैं। इन गोशालाओं में शामिल गोपाल गोशाला को हर महीने चार लाख रुपये, मवई गोशाला को 10 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। ऊंचा गांव स्थित गोशाला को पूर्व में तीन लाख रुपये दिए जाते थे, लेकिन यहां से 300 गायों के स्थानांतरित होने के बाद इस पर ...