गुड़गांव, सितम्बर 5 -- गुरुग्राम, वरिष्ठ संवाददाता। मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद, गुरुग्राम में लावारिस पशुओं को पकड़ने का अभियान महज एक औपचारिकता बनकर रह गया है। एक अगस्त से 31 अगस्त तक चले इस अभियान के तहत नगर निगम ने सिर्फ 500 लावारिस पशुओं को ही पकड़ा, जबकि शहर में इनकी संख्या कहीं ज्यादा है। अभियान खत्म होने के पांच दिन बाद ही शहर की सड़कों पर लावारिस पशु फिर से खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं। सड़कों पर घूम रहे यह लावारिस पशु, खासकर गाय और भैंस, वाहन चालकों और आम लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। रात के अंधेरे में ये पशु अचानक सड़क पर आ जाते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। कई गंभीर हादसों में लोगों को जान तक गंवानी पड़ी है। इसके अलावा, ये पशु ट्रैफिक जाम का कारण भी बनते हैं, जिससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में अतिरिक्त ...