फरीदाबाद, नवम्बर 8 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। स्मार्ट सिटी में लावारिस पशुओं से लोगों का जीवन बेहाल है। गोशालाएं पशुओं से भरी पड़ी हैं, कुत्तों के लिए कोई जगह नहीं है। हालत यह है कि यहां कुत्तों का बधियाकरण निजी संस्था के सहारे किए जाता है। लावारिस पशुओं के कारण सड़कों पर जाम के साथ दुर्घटनाओं का खतरा बन रहे हैं, जिससे लोग बेहद परेशान हैं। औद्योगिक नगरी में आवारा पशुओं की समस्या अब केवल असुविधा नहीं बल्कि बड़ा सुरक्षा संकट बन चुके है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का शहर में कोई असर नहीं दिखता है। दिन में तो लोग सावधानी बरत लेते हैं, लेकिन रात के समय जब सड़कों पर तेज रफ्तार में वाहन दौड़ते हैं, तो सड़क पर बैठी गायें, सांड, भैंस और लावारिस कुत्ते जानलेवा साबित हो रहे हैं। एक तरफ शहर में गोवंश के लिए करीब 12 गोशालाएं पूरी तरह क्षमता से ऊपर भर...