रांची, जुलाई 25 -- रांची, संवाददाता। पोक्सो मामले की विशेष अदालत ने लापरवाही के कारण नाबालिग की मृत्यु होने के आरोप में ट्रायल फेस कर रही कोलकाता निवासी डायटीशियन समापिका दास को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया है। घटना 21 नवंबर 2019 को घटी थी। जब 16 वर्षीय लड़की कांके रोड स्थित गांधी नगर कॉलोनी में समापिका दास के आवास में अकेली थी। समापिक दास ताला बंदकर कार्य पर चली गई थी। 85 फीसदी जली अवस्था में उसने अस्पताल में बयान दिया था कि माचिस से खेलते समय तीली से उसके शरीर में आग लग गई थी। मामले में गोंदा थाना में यूडी केस दर्ज किया गया था। बाद में संदिग्ध होने पर इसकी जांच की गई। जांच अधिकारी ने लिखा कि मृतका मौसमी को अच्छे पालन-पोषण व शिक्षा के लिए उसे लेकर आई थी, लेकिन वह अपने घरेलू काम करवा रही थी। अगर दूसरी चाबी मौसमी के पास होती तो संभव थ...