बिजनौर, मई 3 -- बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को कुपोषण से बचाने का जिम्मा है, लेकिन विभागीय अनदेखी के कारण लाभार्थियों तक न पहुंचकर पुष्टाहार बंदरबांट हो जाता है। आरोप है कि हॉट कुक्ड भोजन का रजिस्टर तक मेनटेन नहीं है। हालांकि बाल विकास अधिकारी की मानें तो उनके यहां सबकुछ ठीक चल रहा है। उप्र आंगनबाड़ी एवं सहायिका एसोशिएसन की प्रदेश अध्यक्ष राजेश्वरी राठी ने विभागीय अधिकारियों से शिकायत की है कि नेफेड एवं पुष्टाहार आपूर्तिकर्ता स्वयं सहायता समूहों व मिशन मैनेजर की अनदेखी से तीन-तीन महीने तक केंद्रों पर पुष्टाहार नहीं पहुंच पाता। आरोप है कि तीन-तीन महीने का पोषाहार एकसाथ पहुंचने पर विभागीय स्तर पर मनमाने ढंग से इसका वितरण किया जाता है। साथ ही कार्यकर्त्रियों पर ऐसा करने का दबाव भी बनाया जाता है। आरोप ...