मऊ, अगस्त 31 -- दोहरीघाट। पशुओं में होने वाले लंपी रोग को लेकर पशुपालन विभाग सक्रिय हो गया है। पशुपालक को उनके घर पर जाकर बीमारी के बारे में जागरूक कर रहा है। साथ ही सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 1962 के बारे में बताया जा रहा है। इसपर संपर्क कर पशुपालक डॉक्टर को बुला सकते हैं। साथ ही पशु चिकित्साधिकारी दोहरीघाट डा. केके कमल भी पशुपालकों से लंपी की चपेट में आने वाले पशुओं से सावधानी बरतने की अपील कर रहे है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ केके कमल के अनुसार लंपी स्किन डिजीज एक विषाणुजनित रोग है। रोग में पशु को तेज बुखार, आंख एवं नाक से पानी गिरना, पैरों में सूजन, पूरे शरीर में कठोर एवं चपटी गांठ आदि प्रकार के लक्षण पाये जाते हैं। कभी-कभी सम्पूर्ण शरीर की चमढ़ी विशेष रूप से सिर, गर्दन, धूधन, थनों, गुदा सहित अन्य भाग पर गांठों के उभार बन जाते है। कभी-कभी...