बागेश्वर, मई 14 -- लोक चेतना मंच की कार्यक्रम निदेशक मालती हालदार ने खेल के माध्यम से लैंगिक समानता की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने महिला और पुरुष/ लड़का और लड़की के कार्य विभाजन को लिंग भेद का कारण बनता है, इस पर चार्ट के माध्यम से समझाया। बीडी पांडेय कैंपस के सभागार में बुधवार को लैंगिक समानता पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया गया है, लेकिन अलग-अलग समाज, अलग-अलग रूप से महिला और पुरुष में भेद करता है। समाज में महिला हिंसा बढ़ती है। जीव विज्ञान की प्रवक्ता डॉ. रेनु ने बताया कि लैंगिक समानता एक मौलिक मानव अधिकार है। लिंग के आधार पर भेदभाव से उस अधिकार का उल्लंघन होता है। इस गतिविधि शामिल लोगों ने यह प्रण लिया कि वे अपने स्तर से लिंग के आधार पर भेद भाव न तो करेंगे और न ही इसे बर्दा...