इंदौर, अगस्त 21 -- रेलवे स्टेशन, ट्रेन, पटरी, जंगल, नदी, नाले, सड़क, शहर, गांव... अर्चना तिवारी को 13 दिन में कहां-कहां नहीं तलाशा गया। इधर पुलिस उसे मध्य प्रदेश में तलाशती रही और अर्चना हैदराबाद, दिल्ली से नेपाल तक हजारों किलोमीटर की यात्रा करती रही। कटनी की 29 साल की अर्चना तिवारी 7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस से गायब हो गई थी और अब उसको नेपाल बॉर्डर से बरामद किया गया है। एक 'नई जिंदगी' बसाने की तलाश में गायब हुई अर्चना तिवारी चाहती थी कि सब यह समझें कि वह मर चुकी है। इंदौर में वकालत के साथ सिविल जज बनने की तैयारी करने वाली अर्चना ने अपनी मौत साबित करने के लिए पूरा इंतजाम किया था। जीआरपी भोपाल के एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि किस तरह अर्चना ने अपने एक पुरुष मित्र सारांश और उसके साथी तेजिंदर के ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.