दुमका, जुलाई 11 -- काठीकुंड, प्रतिनिधि। करीब एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश से न केवल आम जनजीवन प्रभावित है दलहन, तेलहन खेती करने वाले किसान के साथ ही पशुपालक भी प्रभावित है। प्रखंड अंतर्गत 80 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं लेकिन असमय बारिश से किसान धान का बिजरा समय पर नहीं डाल पाने से जहां धान की खेती प्रभावित हुई है। वहीं किसान रवि और बागवानी फसलों के नुकसान होने के साथ ही बारिश के कारण मक्का, अरहर, मूंग, अरहर, उड़द, तिल जैसी फसलों के नुकसान से किसान खासा दुखी है। किसानों की माने तो अपने खेतों में महीनों मेहनत कर सब्जी की खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण करती है, लेकिन मौषम की बेरुखी ने उसे भी बर्बाद कर दिया। ज्ञात हो कि प्रखंड अंतर्गत किसान मक्का, तेलहन एवं सब्जी की खेती कर बाजार में बेच कमाई से परिवार का भरण पोषण करता था। लेकिन वर्तम...