पूर्णिया, नवम्बर 1 -- जलालगढ़, एक संवाददाता।लगातार दो दिनों से हो रही बारिश और तेज हवा ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। प्रखंड के कई पंचायतों में खड़ी धान की फसल बर्बाद हो गई है। खेतों में गिरे धान के पौधों पर पानी बहने से कई जगहों पर धान के दाने अंकुरित हो गए हैं। इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। किसानों ने बताया कि सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल हवा के कारण गिर गई है। पानी भरने से गिरे हुए धान के दाने अंकुरित हो गए हैं जो अब किसी काम के नहीं रह गए। खेतों की हालत देखकर कई किसानों की आंखों से आंसू निकल आए। उनका कहना है कि सालभर की मेहनत के बाद जब फसल काटने का समय आया, तभी मौसम ने धोखा दे दिया। दीपक कुमार चौहान, अजय महतो और प्रमोद महतो सहित कई किसानों ने बताया कि धान के साथ-साथ खेतों की घास और सब्जी की फसलें भी बर्बाद हो गई हैं...