लखीसराय, दिसम्बर 28 -- लखीसराय, कार्यालय संवाददाता। लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंड एक ओर जहां रबी मौसम में गेहूं की फसलों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, वहीं दूसरी ओर आलू, हरी सब्जी और सरसों की खेती पर इसका प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है। ठंड के साथ बढ़ते कुहासे और नमी ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर आलू की फसल में पाल (पाला) लगने का खतरा मंडरा रहा है, जबकि सरसों की खेती में लाही (चेपा/माहू) के प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि इस वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह से ही तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह और रात के समय घना कुहासा छाया रहने से फसलों पर सीधा असर पड़ रहा है। गेहूं की फसल के लिए यह मौसम अनुकूल माना जा रहा है, क्योंकि ठंड से पौधों की बढ़वार अच्छी होती है और दानों का विकास बेहतर होता है। हालांकि,...