सुपौल, अगस्त 12 -- लखीसराय, एक प्रतिनिधि स्टेशन के उत्तरी हिस्से और बेस महादलित टोला में बीते दिनों रेल प्रशासन के द्वारा कराए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद करीब 50 घरों के लोग अब बेघर होकर खुले आसमान के नीचे जीवन गुजारने को मजबूर हैं। प्रभावित परिवारों का कहना है कि वे पिछले लगभग 20 वर्षों से यहां बसे हुए थे, लेकिन रेलवे प्रशासन ने उनका आशियाना उजाड़ दिया। अब कई लोग वृक्षों के नीचे या प्लास्टिक की चादर डालकर अस्थाई रूप से रह रहे हैं। महिलाओं ने एक स्वर में विरोध जताते हुए कहा कि जब तक सरकार या रेलवे उन्हें स्थाई ठिकाने की व्यवस्था नहीं करती, वे वहीं रहेंगे। एक महिला ने भावुक होकर कहा, "चाहे इसके लिए हमारी जान ही क्यों न चली जाए, हम यहीं डटे रहेंगे।" उन्होंने बताया कि बारिश के समय हालात और बदतर हो जाते हैं। खुले में रहने से बच्चों और बुज...
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